वीरवार रात 12 बजे नशे की गोलियां खत्म हो गई थीं। इसकी वजह से उसका दिमागी संतुलन खराब हो गया और घर में रखे तमंचा लेकर निकलने लगे। परिवार वालों के काफी रोकने पर वह मान गए। मगर कुछ देर बाद उन्होंने मां के सामने तमंचा सीने से सटाकर खुद को गोली मार ली। घटना से घर में हड़कंप मच गया।
खून से लथपथ राघवेंद्र को परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार सुधीर अवस्थी के मुताबिक राघवेंद्र नशे की गोली खाने के आदी थे। परिवार वालों ने किसी तरह की कोई तहरीर नहीं दी है। शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी